नोएडा को औद्योगिक नहीं मिलेगी अपनी सांस्कृतिक पहचान: प्राधिकरण ने नॉलेज पार्टनर कंपनी के लिए आरएफपी जारी की, आवेदन की अंतिम तिथि 25 नवंबर – नोएडा न्यूज़

ये चित्र नोएडा प्राधिकरण की बोर्ड बैठक का है। जिसमें कई अहम फैसले लिए गए थे।

नोएडा प्राधिकरण अब शहर को सांस्कृतिक विरासत देने जा रहा है। इसके लिए यहां शहर में सांस्कृतिक स्थ लों को विकसित करने और पूरे साल थीम आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। ये काम एक सलाहकार कंपनी एक नॉलेज पार्टनर कंपनी के रूप में काम करेगी। इस कंपनी के च

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25 नवंबर तक कंपनियां आवेदन कर सकती है। 25 नवंबर को ही बिड खोली जाएगी। जिनको अपना प्लान प्राधिकरण में देना होगा। इसमें किसी एक कंपनी का चयन नॉलेज पार्टनर के रूप में किया जाएगा। प्राधिकरण के सीईओ लोकेश एम ने बताया कि इसका उद्देश्य शहर वासियों के बीच अपनी संस्कृति से हो रहे अलगाव को दूर करना और उनको अपने कल्चर के नजदीक लाना है।

ये काम करेगी चयनित होने वाली कंपनी सलाहकार कंपनी सोसाइटी और सेक्टरों में सामुदायिक भागीदारी को मजबूत करने का काम करेगी। शहर की सांस्कृतिक जीवंतता और गौरव की भावना को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन की गई नीतियों पर प्राधिकरण के साथ मिलकर काम करेगी। नोएडा प्राधिकरण अधिकारी ने बताया कि इस परियोजना का प्रमुख उद्देश्य नोएडा के लिए एक अद्वितीय सांस्कृतिक पहचान विकसित करना। जिसके जरिए सामाजिक और मनोरंजक स्थान बनाना साथ ही नागरिक जुड़ाव और सामुदायिक स्वामित्व को बढ़ावा देना है।

सांस्कृतिक विरासत में होगी पहचान “लखनऊ, वाराणसी, पुणे और बेंगलुरु जैसे शहरों के विपरीत, जहां सांस्कृतिक कार्यक्रम और त्योहार अक्सर आयोजित किए जाते हैं। नोएडा को अक्सर कार्यालयों और हाउसिंग सोसाइटी के शहर के रूप में देखा जाता है।” सीईओ ने कहा कि नोएडा तीन साल में अपनी 50वीं वर्षगांठ के करीब पहुंच रहा है, हम इसे सांस्कृतिक बुनियादी ढांचे में निवेश करने का सही समय मानते हैं। ये अधिक सामुदायिक जुड़ाव के लिए उत्प्रेरक के रूप में काम कर सकता है।

सालाना कार्यक्रम का बनाएगी चार्ट इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्राधिकरण ने एक सलाहकार को नियुक्त करने का निर्णय लिया है। ये कंपनी सालाना सांस्कृतिक कार्यक्रम बनाएगी। ये कार्यक्रम कहां आयोजित किए जाएंगे इसके लिए बुनियादी ढांचा भी तैयार किया जाएगा। जिसमें सभागार, पार्क और एम्फीथिएटर भी शामिल होगा। यह सलाहकार प्राधिकरण को आवश्यक सार्वजनिक स्थानों के बारे में भी सूचित करेगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें शहर की उभरती जरूरतों के अनुरूप विकसित किया गया है।

इस मानक पर किया जाएगा चयन नॉलेज पार्टनर का चयन क्वालिटी बेस्ट कम कास्ट (क्यूसीबीएस) पर होगा। जिसमें तकनीकी मूल्यांकन को 80% और वित्तीय मूल्यांकन को 20% महत्व दिया जाएगा। सलाहकार का मूल्यांकन उनकी वित्तीय क्षमता, सार्वजनिक स्थान डिजाइन, सांस्कृतिक बुनियादी ढांचे और सार्वजनिक भागीदारी में परियोजना अनुभव के साथ-साथ संबंधित डोमेन में उनकी टीम के सदस्यों के अनुभव पर किया जाएगा। नॉलेज पार्टनर द्वारा नियुक्त टीम में प्लेस मार्केटिंग एक्सपर्ट, कल्चरल इन्फ्रास्ट्रक्चर , प्रोजेक्ट मैनेजमेंट एक्सपर्ट, शहरी नियोजन, डिजाइन एक्सपर्ट और एक प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेट शामिल होंगे।

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