नोएडा में सेमी कंडक्टर चिप उद्योग: IDC ने पॉलिसी को लागू करने पर सहमति जताई, इसके निवेश से रोजगार और आत्मनिर्भरता बढ़ेगी
सेमी कंडक्टर नीति को अपनाने वाला नोएडा वेस्ट यूपी का पहला शहर बन गया है। इससे पूरे वेस्ट यूपी में रोजगार और निवेश बढ़ेगा। बोर्ड ने प्राधिकरण के इस प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है। अब बिल्डिंग बॉयलॉज में इस नीति को शामिल कर लिया गया है। अधिकारियों ने बता
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दरअसल न्यू नोएडा 203 वर्ग किमी में बसाया जाने वाला नया शहर है। यहां करीब 8 हजार हेक्टेयर में इंडस्ट्री को बसाया जाना है। एक प्रकार से न्यू इंडस्ट्रियल टाउन शिप होगी। यहां सेमी कंडक्टर चिप बनाने वाली कंपनियां निवेश कर सकती है। इस शहर का मास्टर प्लान तैयार हो चुका है। इसे शासन को भेजा गया है। वहां से अप्रूव होते ही यहां जमीन का अधिग्रहण शुरू कर दिया जाएगा
खपत के साथ बढ़ेगी आत्मनिर्भरता
सेमी कंडक्टर कंपनियों के निवेश से दो फायदे होंगे। पहला हमारी आत्मनिर्भरता दूसरे देशों से कम होगी और दूसरा यहां लोगों को रोजगार मिलेगा। वर्तमान में वर्तमान में ताइवान, चीन और अमेरिका की कंपनियां इन सेमीकंडक्टर की सबसे बड़ी निर्यातक हैं। इस नीति को जनवरी 2024 में यूपी कैबिनेट ने मंजूर किया। नोएडा प्राधिकरण ने आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग की ओर से अधिसूचित उत्तर प्रदेश सेमी कंडक्टर नीति 2024 को अपना लिया है। इस नीति के लागू होने पर सेमी कंडक्टर बनाने वाली कंपनियों में निवेश कराया जाएगा। उनकी सुविधाओं
बता दे भारत में खपत की बात करें तो जानकारों के अनुसार 2030 से अकेले भारत में सेमीकंडक्टर की खपत 110 अरब डॉलर तक पहुंच जाएगी। प्राधिकरण ने बताया कि न्यू नोएडा में इंडस्ट्री को लगाने के लिए जमीन मुहैया कराई जाएंगी। यहां बनने वाली चिप निर्यात भी की जाएंगी। यानी आत्मनिर्भरता के लिए ये बड़ा कदम होगा।
लखनऊ में आयोजित हुई बोर्ड में सेमी कंडक्टर नीति को अपनाने के लिए कहा गया
इन राज्यों में पहले से लागू है नीति
गुजरात, ओडिशा और तमिलनाडु ने इसे लेकर नीति बनाई थी। यूपी चौथा राज्य है। जहां सेमी कंडक्टर नीति 2024 बनाई है। अब इस नीति को नोएडा ने एडाप्ट कर लिया है। इस नीति को एडाप्ट करने वाला नोएडा पहला शहर बन गया है। इससे पूरे पश्चिमी यूपी का विकास होगा। साथ ही न्यू नोएडा में इसके लिए बेहतर विकल्प भी होंगे। प्राधिकरण अधिकारी ने बताया कि नोएडा में लैंड बैंक कम है। लेकिन न्यू नोएडा बसने वाला शहर है। वहां सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री बेहतर रोजगार के साथ राजस्व को बढ़ावा देंगी।
सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण का प्रशासनिक खंड का कार्यालय
क्या है सेमी कंडक्टर इंडस्ट्री इसे समझे
मोबाइल, कार, लैपटॉप से लेकर तमाम इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स में सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल होता है। सिलिकॉन से बनी ये एक बेहद छोटी सी चिप होती है। जिसका प्रयोग हर इलेक्ट्रिक डिवाइस में किया जाता है। न आपको एटीएम से पैसा मिलेगा न ही फैक्ट्रियों में कोई प्रोडक्शन हो पाएगा। यही कारण है कि सेमीकंडक्टर को आज 21वीं सदी का ‘न्यू ऑयल’ भी कहा जाता है।
- यूपी सरकार से मिलेगी 75 फीसदी की सब्सिडी
- पॉलिसी में उद्योगों को वित्तीय प्रोत्साहन देने की भी व्यवस्था है। इसमें लैंड सब्सिडी के रूप में 200 एकड़ तक 75 फीसदी की सब्सिडी मिलेगी।
- उद्योगों को पर्याप्त मात्रा में पानी और निर्बाध बिजली उपलब्ध कराई जाएगी।
- साथ ही राष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट कराने पर 10 लाख और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पेटेंट कराने के लिए यूपी सरकार 20 लाख रुपए प्रदान करेगी।
- इंडस्ट्री को स्किल्ड मैनपावर उपलब्ध कराने के लिए इंडस्ट्री से सीएम इंटर्नशिप प्रोग्राम के तहत कोलैबरेशन किया जाएगा।
- प्रदेश के टेक्निकल इंस्टीट्यूट में भी सेमी कंडक्टर निर्माण से संबंधित ट्रेनिंग की व्यवस्था की जाएगी।