Mukhtar Case : डॉक्टरों ने बताया कि मुख्तार की हालत 27 मार्च को ही ख़राब हुई थी, बीपी कम हुआ था और शुगर बढ़ा था।

मुख्तार की मौत के मामले की एक और जांच शुरू हो गई। डीजी जेल के आदेश पर वरिष्ठ कारागार अधीक्षक ने बृहस्पतिवार को डॉक्टरों के बयान दर्ज किए। इन्हीं डॉक्टरों ने मुख्तार को 25 की रात से 28 मार्च तक इन्हीं मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों के साथ मिल मुख्तार का इलाज किया था। इन्हीं में से एक जिला अस्पताल की सर्जन डॉ. अदिति श्रीवास्तव ने 27 तारीख को मुख्तार का परीक्षण करने के बाद उन्हें मेडिकल से परामर्श लेने की बात कही थी।

 

मुख्तार को 28 की रात हार्ट अटैक के बाद मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी। मुख्तार का इलाज करने वाले जिला अस्पताल के तीन चिकित्सकों डाॅ. हदेश पटेल (फिजिशियन), डॉ. शिशिर और डॉॅ. आदिति श्रीवास्तव (सर्जन) ने जेल पहुंचकर वरिष्ठ जेल अधीक्षक वीरेश राज शर्मा के समक्ष लिखित बयान दर्ज कराए। 11 बजे जेल पहुंचे डॉक्टर करीब चार घंटे बाद दोपहर तीन बजे बाहर निकले। वरिष्ठ कारागार अधीक्षक वीरेश राज ने बताया कि शासन के आदेश पर मुख्तार मामले में प्राथमिकी जांच उनके द्वारा की जा रही है।

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