एमपी विधानसभा चुनाव 2023: “अगर ये मुझे पता होता कि कांग्रेस के लोग हमें धोखा देंगे, तो मैं उन पर भरोसा नहीं करता,” अखिलेश यादव कहते हैं।
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लखनऊ. मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव (MP Assembly Election) में कांग्रेस द्वारा एक भी सीट नहीं दिए जाने से नाराज समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बृहस्पतिवार को संकेत दिया कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ भी वैसा ही व्यवहार किया जा सकता है। सपा अध्यक्ष ने तीखी लहजे में कहा कि कांग्रेस नेतृत्व को अपने ‘छोटे नेताओं’ को उनकी पार्टी के बारे में टिप्पणी करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए। उनकी इस टिप्पणी से विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में दरार दिखने लगी है।
मैं भ्रमित हो गया था
अखिलेश ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय पर तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि वह कांग्रेस पार्टी से कहना चाहते हैं कि वे अपने ‘चिरकुट’ नेताओं से सपा के बारे में ना बुलवाएं। सपा प्रमुख ने कहा कि यदि उन्हें पता होता कि ‘इंडिया’ गठबंधन बस राष्ट्रीय स्तर के लिए है तो उनकी पार्टी के नेताओं ने मध्य प्रदेश की बैठक में शामिल होने के लिए कांग्रेस का फोन नहीं उठाया होता। सीतापुर में उन्होंने कटाक्ष भरे स्वर में कहा, ‘‘मैं भ्रमित हो गया था।”
#WATCH | Sitapur, UP: Samajwadi party leader Akhilesh Yadav says, “The state chief has no authority. He was not there in the meeting held at Patna, Mumbai. What does he know about the INDIA alliance?…These people from Congress are involved with the BJP. If I had known that the… https://t.co/T6DGVrEOZa pic.twitter.com/ov9yHUbQzj
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) October 19, 2023
यादव ने कहा कि यदि यह गठबंधन केवल संसदीय चुनाव के लिए है तो उनकी पार्टी इसे स्वीकार करती है। लेकिन उन्होंने संकेत दिया कि जब 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए उत्तर प्रदेश में सीटों के बंटवारे पर चर्चा होगी तो कांग्रेस के लिए मुश्किल होगी। उन्होंने कहा, ‘‘यदि उत्तर प्रदेश में गठबंधन केवल केंद्र के लिए होगा तो इस पर उस वक्त चर्चा की जाएगी। और जिस तरह समाजवादी पार्टी के साथ बर्ताव किया गया, यहां उन्हें भी वैसा ही बर्ताव नजर आयेगा।” आगामी मध्य प्रदेश चुनाव के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘यदि मुझे पहले दिन पता होता कि विधानसभा स्तर पर कोई गठजोड़ नहीं होगा तो हमारी पार्टी के नेता बैठकों में नहीं जाते। हमने उन्हें सूची नहीं दी होती (कि सपा मध्य प्रदेश में किन-किन सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है), और न ही हम उनका फोन उठाते।”
सपा ने की दो नामों की घोषणा
समाजवादी पार्टी ने बृहस्पतिवार को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपने दो और उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए। पार्टी अब तक कुल 33 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। जब उनसे पूछा गया कि सपा ने ऐसा क्यों किया, तब यादव ने कहा, ‘‘यदि प्रदेश स्तर पर कोई गठबंधन नहीं है तो हम इसे स्वीकार करते हैं और अपनी पार्टी के उम्मीदवार घोषित कर रहे हैं। इसमें हमने क्या गलत किया है?” उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं के साथ रात एक बजे तक चली बैठक के दौरान सपा नेताओं ने मध्य प्रदेश के पिछले चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन से संबंधित ब्योरा उन्हें (कांग्रेस नेताओं को) सौंपा।
उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस नेताओं ने कहा था कि वे उस राज्य में सीटों के बंटवारे के समझौते के तहत सपा के लिए छह सीट देने पर विचार कर रहे हैं लेकिन उन्होंने एक भी सीट नहीं दी। विपक्षी दलों ने 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को टक्कर देने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन का गठन किया गया है।
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2018 में सपा जीती थी एक सीट
मध्य प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में सपा ने एक सीट जीती थी और वह पांच सीटों पर दूसरे नंबर पर रही। उसने आदिवासी गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के साथ गठबंधन किया था और 1.30 प्रतिशत वोट हासिल किया था। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय के उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अपनी पार्टी के चुनाव लड़ने की तैयारी तथा उत्तराखंड के बागेश्वर विधानसभा उपचुनाव में प्रत्याशी उतारने को लेकर सपा की आलोचना से जुड़े एक सवाल पर अखिलेश ने कहा, ‘‘आप किस नेता की बात कर रहे हैं? प्रदेश अध्यक्ष की कोई हैसियत नहीं है। ना वह पटना की बैठक (‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक) में थे, ना वह मुंबई की बैठक में थे। वह ‘इंडिया’ गठबंधन के बारे में क्या जानते हैं?”
कांग्रेस के लोग भाजपा से मिले हुए हैं
मध्य प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में तालमेल को लेकर कांग्रेस के साथ बैठक होने का दावा करते हुए उन्होंने कहा, “उनसे (अजय राय) पूछियेगा कि रात को एक बजे तक क्यों उनके पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने हमारे लोगों को बैठाया। उनके पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने क्यों बैठाया? इसका मतलब यह हुआ कि आप दूसरे दलों को बेवकूफ बना रहे हैं। यह भाजपा से मिले हुए लोग हैं। कांग्रेस के लोग भाजपा से मिले हुए हैं।” यादव ने आरोप लगाया, “अगर मुझे यह पता होता कि कांग्रेस पार्टी के लोग धोखा देंगे तो मैं उनकी बात पर भरोसा नहीं करता।”
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क्या बोले अजय राय
सपा अध्यक्ष की ‘चिरकुट’ वाली टिप्पणी पर अजय राय ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, “मैं साधारण सा आदमी हूं। वह (अखिलेश) मेरे लिए कोई भी शब्द इस्तेमाल कर सकते हैं। मैं कांग्रेस का छोटा सा कार्यकर्ता हूं। मेरे लिए उनके मन में जो शब्द हों, मैं उन्हें स्वीकार करता हूं, लेकिन मैं हाथ जोड़कर एक ही बात कहना चाहूंगा कि अगर भाजपा को हराना है तो आपको मध्य प्रदेश में कांग्रेस का समर्थन करना चाहिए।” उन्होंने कहा, “मुझे जो भी गाली देनी है वह दे दीजिए मगर भाजपा को हराने के लिए कांग्रेस का समर्थन करिए। जिस तरह हमने घोसी सीट के उपचुनाव में सपा का समर्थन किया था।”