हैवी मेटल पॉल्यूशन गंगा में 450 किमी तक फैल रहा है: मेटल की मात्रा काशी में छह गुना है; गंगा की मछलियों में खतरनाक लेड और कैडमियम मिला

काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मेडिकल इंस्टीट्यूट में हुए एक रिसर्च के अनुसार, प्रयागराज से लेकर बक्सर तक गंगा के पानी की सैंपलिंग की गई। जिसमें वाराणसी का पॉल्यूशन लोड इंडेक्स (PLI) का लेवल 6.78 प्वाइंट आ गया है, जबकि PLI का स्तर 1 प्वाइंट से कम ही होना चाहिए।

गंगा में करीब 450 किलोमीटर तक हेवी मेटल पॉल्यू​​​​​​शन फैल रहा है। इसमें वाराणसी का 25 किलोमीटर के एरिया में तो यह अपने अधिकतम स्तर से भी 6 गुना ज्यादा है। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के मेडिकल इंस्टीट्यूट में हुए एक रिसर्च के अनुसार, प्रयागराज से लेकर बक्सर तक गंगा के पानी की सैंपलिंग की गई। जिसमें वाराणसी का पॉल्यूशन लोड इंडेक्स (PLI) का लेवल 6.78 प्वाइंट आ गया है, जबकि PLI का स्तर 1 प्वाइंट से कम ही होना चाहिए। PLI में कैडमियम, लेड, मैगनीज और क्रोमियम जैसे मेटल पॉल्यूशन को रखा गया है।

 

यही हाल गंगा में 7 स्पीशीज की मछलियों और किनारे खेती वाली

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