आचार संहिता उल्लंघन: 2014 के लोकसभा चुनाव में 22 लोगों पर मुकदमे दर्ज किए गए थे, जबकि 2019 में 9 नेता पर मुकदमे दर्ज किए गए थे।

लोकसभा चुनाव अपने पूरे रंग में आ चुका है। प्रत्याशी जनसभाएं और घर-घर जाकर लोगों से संपर्क करने में जुट गए हैं। इस दौरान उम्मीदवार चुनाव आयोग के नियमों का पालन नहीं करेंगे तो उनके खिलाफ केस दर्ज किए जाएंगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन की टीमें उन पर नजर रखे हैं।
पिछले चुनावों में भी उम्मीदवारों और उनके समर्थकों पर केस दर्ज किए गए थे। 2014 के लोकसभा चुनाव में 22 और 2019 के चुनाव में नौ नेता और उनके समर्थकों पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज किया गया था जबकि 2022 के विधानसभा चुनाव में 140 लोगों ने चुनाव आयोग के आदेशों का उल्लंघन किया था।
सभी केस कोर्ट में विचाराधीन हैं। 2014 में मुरादाबाद के सिविल लाइंस, भोजपुर, मूंढापांडे और ठाकुरद्वारा में आचार संहिता उल्लंघन के सात केस दर्ज किए गए थे। जिसमें 22 लोगों को आरोपी बनाया गया था। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद विवेचना की तो 19 लोगों पर ही आरोप पाए गए।
विवेचना में 3 नाम निकाल दिए गए। सभी आरोपी अपनी जमानत करा चुके हैं। इनमें 12 लोग अपने घरों पर मौजूद हैं। जबकि 5 लोग जनपद पर छोड़कर चले गए जबकि दो व्यक्तियों की मृत्यु हो चुकी है। इसी तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में आचार संहिता उल्लंघन करने वालों की संख्या में कमी आई।
इस साल केवल दो ही केस दर्ज किए गए। इसमें नौ आरोपी थे। पुलिस ने विवेचना पूरी करने के बाद सभी नौ लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें एक मुकदमा कांग्रेस नेता इमरान प्रतापगढ़ी और उनके समर्थकों के खिलाफ गलशहीद थाने में दर्ज किया गया था।
जिसमें आरोप लगा था कि उन्होंने प्रचार की समय अवधि खत्म होने के बाद प्रचार किया था। केस कोर्ट में विचाराधीन है। 2022 के विधानसभा चुनाव में आचार संहिता उल्लंघन करने वालों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई। इस चुनाव में 140 लोगों के खिलाफ 16 मुकदमें दर्ज किए गए थे।
एसपी ट्रैफिक सुभाष चंद्र गंगवार ने बताया कि पिछले दो लोकसभा और एक विधानसभा चुनाव में 25 केस दर्ज किए गए थे। जिसमें 171 आरोपी बनाए गए थे। इनमें 161 लोगों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई थी। सभी जमानत ले चुके हैं।
इनमें 140 लोग अपने घरों पर मौजूद हैं। 12 लोग बाहर जा चुके हैं। जबकि तीन लोगों की मृत्यु हो चुकी है। घरों पर मौजूद 128 लोगों के खिलाफ शांति भंग की कार्रवाई की गई है। 20 लोग पाबंद भी किए गए हैं।