घाघरा नदी पर बनेगा नया संजय सेतु, साथ में बनेगी फोरलेन सड़क


लखनऊ-बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित घाघरा नदी का संजय सेतु अब जर्जर हो चुका है। 1984 में बने इस पुल की हालत अब इतनी खराब हो गई है कि यह भारी वाहनों का भार सहन नहीं कर पा रहा। बीते कुछ वर्षों में क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव काफी बढ़ा है, जिससे पुल के जॉइंट अब तक छह बार टूट चुके हैं। इससे न सिर्फ लखनऊ और बाराबंकी, बल्कि नेपाल जाने वाले व्यापारिक मार्ग पर भी असर पड़ा है।
नया पुल और फोरलेन सड़क की योजना
सरकार ने अब पुराने पुल के पास ही एक नया पुल बनाने का निर्णय लिया है, जिसकी लागत लगभग 300 करोड़ रुपये होगी। इस परियोजना को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा पूरा किया जाएगा।
इसके अलावा बाराबंकी से जरवल तक की दूरी को जोड़ने के लिए 740 करोड़ रुपये की लागत से फोरलेन हाईवे बनाया जाएगा। यह हाईवे साधारणपुर से शुरू होकर बिछलखा, भरसवां मोड़ होते हुए नचना गांव तक पहुंचेगा, जिससे आसपास के गांवों को सुगम यातायात सुविधा मिलेगी।
पृष्ठभूमि
इस पुल की आधारशिला 9 अप्रैल 1981 को तत्कालीन मुख्यमंत्री वी.पी. सिंह द्वारा रखी गई थी और यह उस समय का क्षेत्र का सबसे लंबा पुल था।