हाई फीवर से बच्चों के दिमाग में हो रहा इंफेक्शन: डेंगू लिवर और किडनी को भी कर रहा है नुकसान, नेशनल एक्सपर्ट्स का कहना है कि बीपी को नियंत्रण में रखना जरूरी – लखनऊ न्यूज़।

राजधानी लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में डेंगू का कहर देखा जा रहा है। अब तक अकेले लखनऊ में इस सीजन में 1200 से ज्यादा केस रिपोर्ट हुए हैं। सबसे डराने वाली बात ये है कि बड़ी संख्या में डेंगू की चपेट में बच्चे आ रहे हैं।
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इंडियन पीडियाट्रिक एसोसिएशन (IAP) उत्तर प्रदेश के तमाम बाल रोग विशेषज्ञ ने डेंगू संक्रमित बच्चों के इलाज के लिए खास एडवाइजरी जारी की है।
कैंपस@लखनऊ सीरीज के 20वें एपिसोड में इंडियन एसोसिएशन ऑफ पीडियाट्रिशियन (IAP) के नेशनल प्रेसिडेंट और वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. जी.वी. बसवराजा से खास बातचीत…
डॉ. जी.वी. बसवराजा कहते हैं कि डेंगू बच्चों के लिए बेहद घातक पर साबित हो रहा है। बच्चों के ब्रेन पर सीधे अटैक कर रहा है। जापानी इंसेफेलाइटिस की तरह रिएक्ट कर रहा है। इसके अलावा लिवर पर अटैक कर उसे डैमेज कर रहा है। साथ ही किडनी को भी खराब कर रहा है। डेंगू मल्टीपल ऑर्गन को भी डैमेज कर रहा है।
डॉ. बसवराजा कहते हैं कि यदि किसी बच्चे को दूसरी बार डेंगू हो रहा है तो ज्यादा सतर्कता की जरूरत है। कई बार डेंगू के इलाज के दौरान डॉक्टर बॉडी को ज्यादा फ्लूइड दे देते हैं। फ्लूइड ओवरलोड होने पर बच्चे का बीपी मेंटेन नहीं होता और फिर बच्चे की डेथ हो जाती है।
इसके अलावा डेंगू होने पर ब्लड वेसेल से फ्लूइड बाहर आने लगता है और लंग्स में जम जाता है। इस कारण से बच्चा सांस नहीं ले पाता। उसी समय डी-रेसिटेशन करने की जरूरत है, यानी बिना देर किए लंग्स से पानी निकाल बच्चे को बचाया जा सकता है। जब यही समस्या किडनी में आ जाती है तो CRRT यानी कॉन्टिनुयस रीनल रिप्लेसमेंट थेरेपी के जरिए किडनी को बचाया जा सकता है। अच्छी बात ये है कि बहुत जल्द डेंगू की वैक्सीन आने की उम्मीद है।