दिल्ली में गिरफ्तार आतंकियों ने बुलंदशहर में प्रशिक्षण लिया: बुलंदशहर न्यूज़: रांची से सीधे खुर्जा पहुंचे थे, फिट रहने और हथियार बनाने की ली ट्रेंनिंग

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिन 6 आतंकियों को गिरफ्तार किया है, उनकी ट्रेनिंग बुलंदशहर में हुई। तीन दिनों तक वह बुलंदशहर में रुककर ट्रेंनिंग लेते रहे और किसी को यहां भनक तक नहीं लगी। इस दौरान उन्होंने आधुनिक हथियार चलाना भी सीखा और उन हथियारों को य
पुलिस को क्या बताया आतंकियों ने
अलकायदा से प्रभावित होकर बने आतंकी मोड्यूल के 6 संदिग्धों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया। इन्होंने पुलिस को बताया कि यह रांची से सीधे बुलंदशहर पहुंचे। यहां यह सभी तीन दिन तक रुके। इसके बाद इन्होंने यहां हथियार चलाने की ट्रेनिंग ली। यहां इन्हें फिट रहने और हथियार को बनाने की भी ट्रेंनिंग दी गई। फाइटिंग की भी ट्रेनिंग दी गई। इसके बाद यह बुलंदशहर से भिवाड़ी चले गए।
पूछताछ में बताई अपनी पहचान
इन 6 संदिग्धों ने अपनी पहचान पुलिस को रांची निवासी हसन अंसारी, एनामुल अंसारी, अल्ताफ, अरशद खान, उमर फारूक और शहवाज अंसारी के रूप में बताई है। इन्होंने कई और संदिग्धों के नाम भी बताए हैं, जिनकी पुलिस पहचान कर रही है। इसके अलावा बुलंदशहर में भी जिस जगह ट्रेनिंग ली गई, वहां की पहचान भी की जा रही है।
SSP श्लोक कुमार ने बताया- बुलंदशहर में तीन दिन रुककर हथियार चलाने से लेकर विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग दी गई।
खुर्जा है आतंकियों की पनाहगाह
बुलंदशहर में खुर्जा आतंकियों की पनाहगाह के रूप में पहचान रखती है। पहले भी कई आतंकियों को यहां से विभिन्न एजेंसियों और पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा यहां अवैध हथियारों की सप्लाई का बड़ा रैकेट काम करता है। प्रसिद्ध पंजाबी गायक सिद्धू मुसेबाला की हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बुलंदशहर से सप्लाई किए गए थे। यहां सीधे पाकिस्तान से हथियार आते हैं, जिसके बाद उन्हें देशभर में सप्लाई किया जाता है।
जांच जारी : एसएसपी
SSP श्लोक कुमार ने बताया- दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 6 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने अलकायदा के मॉडयूल से प्रभावित होकर आतंकी संगठन से जुड़ने की बात कबूली है। उन्होंने पूछताछ में बताया है कि उन्हें बुलंदशहर में तीन दिन रुककर हथियार चलाने से लेकर विभिन्न प्रकार की ट्रेनिंग दी गई। फिलहाल मामले की जांच दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल कर रही है। यदि वह कुछ सहयोग हमसे मांगेंगे , तो हम उन्हें उपलब्ध कराएंगे।