अखिलेश यादव वीडियो: जयप्रकाश नारायण की जयंती पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें सम्मानित करने के लिए बंद गेट को फांद दिया.
लखनऊ: समाजवादी पार्टी (SP) के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने बुधवार को यहां गोमती नगर इलाके में स्थित जेपीएनआईसी के परिसर में मुख्य फाटक को फांदकर प्रवेश किया और जयप्रकाश नारायण की जयंती (Jayaprakash Narayan Birth Anniversary ) पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि दी। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर समाजवादी पार्टी (सपा) द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव को जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) के मुख्य फाटक को फांदकर अंदर प्रवेश करते हुए दिखाया गया है। उनके समर्थक भी फाटक पार करके उनके पीछे जाते दिख रहे हैं।
समाजवादी पार्टी ने शेयर किया विडियो
‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर समाजवादी पार्टी ने साझा किये गये वीडियो के साथ लिखा,‘‘भाजपा सरकार की तानाशाही के खिलाफ समाजवादी लोग लड़ते रहेंगे। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी ने जेपीएनआईसी में लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।”
लोकनायक श्री जयप्रकाश नारायण जी की जयंती के दिन आज गोमतीनगर, लखनऊ स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (जेपी एनआईसी) में स्थापित जयप्रकाश नारायण जी की प्रतिमा पर माल्यापर्ण करने से रोके जाने की भाजपा सरकार की साजिश को ठुकराते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व… pic.twitter.com/6JySuWeEhC
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) October 11, 2023
जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण
‘एक्स’ पर साझा किए गए एक अन्य वीडियो में अखिलेश गुलाब की पंखुड़ियों को जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर चढ़ाते हुए दिख रहे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बुधवार को यहां समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जेपीएनआईसी के मुख्य द्वार को फांदकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के मामले पर तंज कसते हुए कहा कि अगर इसी तरह से सपा अध्यक्ष अच्छा कूदना जानते हैं तो उन्हें एशियाई खेलों में जाकर कुछ और पदक लाने की कोशिश करनी चाहिए।
अखिलेश यादव की जेपीएनआईसी यात्रा की अनुमति मांगी
इस बीच पूछे जाने पर लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) के उपाध्यक्ष (वी सी) इंद्रमणि त्रिपाठी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ‘कुछ दिन पहले समाजवादी पार्टी से एक पत्र प्राप्त हुआ था जिसमें 11 अक्टूबर के लिए पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की जेपीएनआईसी यात्रा की अनुमति मांगी गई थी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों से अनुमति से इनकार कर दिया गया क्योंकि इमारत अधूरी है।” त्रिपाठी ने कहा, ”जेपीएनआईसी में कोई निर्माण नहीं चल रहा है और परिसर में कई जगहों पर झाड़ियां उग आई हैं। इस बारे में समाजवादी पार्टी को भी सूचित किया गया था।”
STORY | Akhilesh climbs locked entrance to pay tribute to JP; BJP says should have participated in Asian Games
READ: https://t.co/6KHErtPLrT
VIDEO: pic.twitter.com/DtNgq1UBuv
— Press Trust of India (@PTI_News) October 11, 2023
पुलिस लगाकर उनको रोका जा रहा है
वहीं, जेपीएनआईसी में माल्यार्पण के बाद पत्रकारों से बातचीत में अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें दुख इस बात का है कि पुलिस लगाकर उनको रोका जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिकारी उन्हें परिसर में प्रवेश करने की अनुमति देने के लिए तैयार नहीं थे और सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को पता नहीं था कि उन्हें किससे अनुमति लेनी चाहिए। यादव ने कहा कि जनता को पता होना चाहिए कि सपा कार्यकर्ताओं को जयप्रकाश नारायण को श्रद्धांजलि देने से कौन रोक रहा है। उन्होंने कहा कि समाजवादी लोग हर साल जयप्रकाश नारायण की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते आए हैं, लेकिन इस बार उन्हें जेपीएनआईसी का फाटक फांदने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने याद किया कि जेपीएनआईसी के उद्घाटन में ‘नेता जी’ (मुलायम सिंह यादव) आए थे।
लोकतंत्र में सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की मिलती है प्रेरणा
जेपीएनआईसी का उद्घाटन आज ही के दिन 2016 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अखिलेश यादव ने किया था। इस केंद्र में जयप्रकाश नारायण व्याख्यान केंद्र (संग्रहालय) है। अखिलेश यादव ने कहा कि यह समाजवादी नेता को समर्पित देश का एकमात्र संग्रहालय है जहां से लोगों को लोकतंत्र में सरकार के खिलाफ आवाज उठाने की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने आरोप लगाया कि समाजवादियों और आने वाली पीढ़ियों की आवाज को दबाने की कोशिश की जा रही है।
यह भी पढ़ें
संग्रहालय को बंद करके सरकार कौन सी ‘विफलताएं’ छिपा रही
उन्होंने कहा, ‘‘यह वही संग्रहालय है जो उनके जीवन के बारे में बताता है। इसे बंद किया जा रहा है।” उन्होंने आश्चर्य जताते हुए कहा कि संग्रहालय को बंद करके सरकार कौन सी ‘विफलताएं’ छिपा रही है। इससे पहले दिन में अखिलेश यादव ने ‘एक्स’ पर लिखा था, ‘‘महान समाजवादी चिंतक और सामाजिक न्याय के प्रखर वक्ता लोकनायक जयप्रकाश नारायण जी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने से सपा को रोकने के लिए टिन की चादरें लगाकर क्या जेपीएनआईसी का रास्ता बाधित किया जा रहा है।”
उन्होंने आरोप लगाया कि, ”सच्चाई यह है कि भाजपा लोकनायक जयप्रकाश जी द्वारा भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई के खिलाफ चलाए गए आंदोलन की पुनरावृत्ति से डरती है, क्योंकि भाजपा शासन के दौरान भ्रष्टाचार, बेरोजगारी और महंगाई कई गुना अधिक है।” उन्होंने व्यंगात्मक लहजे में पूछा कि क्या माल्यार्पण के लिए भी उन्हें जयप्रकाश नारायण की तरह ‘संपूर्ण क्रांति’ शुरू करने की जरूरत है। उन्होंने खुद ही जवाब देते हुए कहा कि अगर भाजपा ऐसा ही चाहती है तो उन्हें इसका सहारा लेना होगा।
यह भी पढ़ें
उपमुख्यमंत्री पाठक का अखिलेश यादव पर तंज
आपातकाल विरोधी आंदोलन के नायक जयप्रकाश नारायण ने 1975 में ‘संपूर्ण क्रांति’ की शुरुआत की थी। उपमुख्यमंत्री पाठक ने बुधवार को यहां समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा जेपीएनआईसी के मुख्य द्वार को फांदकर लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के मामले पर तंज कसते हुए कहा कि अगर इसी तरह से सपा अध्यक्ष अच्छा कूदना जानते हैं तो उन्हें एशियाई खेलों में जाकर कुछ और पदक लाने की कोशिश करनी चाहिए। पाठक ने सपा प्रमुख यादव पर जमकर निशाना साधा।
अराजकता फैलाना समाजवादी पार्टी का पुराना शगल
उन्होंने कहा कि ”समाजवादी पार्टी को अराजकता, गुंडई पसंद है, आज समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आचरण से यह सिद्ध हो गया है।” पाठक ने कहा कि दीवार फांदकर वह वहां गये और माल्यार्पण किया है, जबकि उस बिल्डिंग को एलडीए ने सील कर रखा था। उपमुख्यमंत्री ने कहा, ”उनको कानून से कोई मतलब नहीं है। हमेेशा कानून तोड़कर अराजकता फैलाना समाजवादी पार्टी का पुराना शगल रहा है।” पाठक ने उपहास उड़ाते हुए कहा, ”अगर इसी तरह से सपा अध्यक्ष अच्छा कूदना जानते हैं तो उन्हें ‘एशियन गेम’ में जाकर कुछ और पदक लाने की कोशिश करनी चाहिए।” (एजेंसी )