हरदोई में झोलाछाप के इलाज से युवक की मौत: शिकायत पर पुलिस ने मृतक का पोस्टमार्टम कराया, युवक केरल में काम करता था।

हरदोई में झोलाछाप के इलाज से मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। साडी इलाके में झोलाछाप के इलाज से बुखार से पीड़ित मजदूर की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और अग्रिम विधिक कार्रवाई में जु
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अरवल थाना क्षेत्र के उगडनपुर गांव निवासी 42 वर्षीय विश्राम केरल की एक प्राइवेट कंपनी में मजदूरी करता था। बुखार से पीड़ित होने के कारण 2 दिन पूर्व वह अपने गांव आया हुआ था। वह इलाज कराने के लिए हरपालपुर थाना क्षेत्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडी के अंतर्गत आने वाले कुशल पुरवा चौराहे पर झोलाछाप प्रमोद के यहां इलाज करने के लिए आया था।
इसके बाद वह आज दोबारा इंजेक्शन लगवाने आया। इंजेक्शन लगने के बाद उसकी हालत बिगड़ गई। इसके बाद झोलाछाप प्रमोद उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती करने के लिए लाया था। जहां पर डॉक्टरों ने उसे अमृत घोषित कर दिया। इसके बाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सांडी लाया गया। जहां पर डॉक्टरों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
बताया जाता है, स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते इलाके में झोलाछाप बाकायदा मिनी नर्सिंग होम संचालित कर इलाज करते नजर आते हैं। एक माह पूर्व बिना रजिस्ट्रेशन के चल रहे एक अस्पताल में भी अबोर्शन के दौरान महिला की मौत हो गई थी। इसके बाद भी स्वास्थ्य मोहकमे की आंखें नहीं खुली।
एक सप्ताह बाद अस्पताल को पुनः संचालित कर दिया गया। फिलहाल झोलाछाप और अवैध चल रहे अस्पतालों की निगरानी के लिए नोडल अधिकारी लगाए गए, लेकिन कार्रवाई के नाम पर महज खाना पूर्ति की जा रही है।